Saturday 15 August 2020

अधूरा प्यार

 अधूरा प्यार

प्यार कहां किसी का पूरा होता है

प्यार का पहला अक्षर ही अधूरा होता है !

कितना मचलता है दिल

जब मौसम सुहाना होता है।

खयाल जब कोई सताता है,

भरी महफिल में इंसान अकेला होता है।

रोता है दिल बहुत मगर

होठों पे हंसी का पैमाना होता है।

कुछ यूं इश्क़ का फसाना होता है

भरी आंखों से जाम झलकाना होता है।

मरते हैं इश्क़ में आशिक़

और बदनाम मयखाना होता है।

अनुज कौशिक

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