अधूरा प्यार
प्यार कहां किसी का पूरा होता है
प्यार का पहला अक्षर ही अधूरा होता है !
कितना मचलता है दिल
जब मौसम सुहाना होता है।
खयाल जब कोई सताता है,
भरी महफिल में इंसान अकेला होता है।
रोता है दिल बहुत मगर
होठों पे हंसी का पैमाना होता है।
कुछ यूं इश्क़ का फसाना होता है
भरी आंखों से जाम झलकाना होता है।
मरते हैं इश्क़ में आशिक़
और बदनाम मयखाना होता है।
अनुज कौशिक
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